आध्यात्मिक - दीपक से जो ऊर्जा निकलती है वो हमारे शरीर के ऊर्जा केंद्रों को जागृत करती है - तेल का दीपक मूलाधार ओर स्वाधिस्ठान चक्र को शुद्ध करता है । घी के दीपक से तीनों नाडिया संतुलन में आती है । मोमबत्ती हर प्रकार की बाधा और निगेटिविटी को नष्ट करती है, श्री माताजी ने अधिकतम ट्रीटमेंट्स मोमबत्ती से ही बताये हैं। सरसों के तेल का दीपक सारी बाधा व निगेटिविटी को नष्ट करता है। जब सारी यांत्रिक लाईट्स बंद हो जायेगी और केवल दीये मोमबत्ती जलेंगे, वो भी घर के बाहर, तो इसमें हर प्रकार बाधा निगेटिविटी तथा पजेशनंस भी समाप्त होंगे।
वैज्ञानिक - घी और तेल के जलने से निकलने वाला धुंआ एन्टी बेक्टिरियल होता है जो सभी विषाणु को नष्ट करता है। सभी प्रकार के कीट पतंगे ओर विषाणु गर्मी, रोशनी की तरफ आकर्षित होते है और जलकर नष्ट हो जाते है । जब एक साथ इतने लोग दीपक जलायेंगे तो एक ही समय पर एक साथ ये क्रिया पूरे देश मे होंगी और विषाणु survive नही कर पायेगा ओर ये क्रिया 9 min तक करने का कहा है जबकि कोई भी virus हो 3 min से ज्यादा उस तापमान में नही टिक पायेगा। मानसिक - अंधेरे में प्रकाश की किरण मानसिक मजबूती, शांति व सकारात्मकता लाती है साथ ही, प्रकाश परिवर्तन का प्रतीक है जो नई सुबह का परिचायक है।