#Proud of Government Employees::
*कहने वाले कहते रहे,*
*निकम्मे हैं सरकारी !*
*आज इस विकट दौर में,*
*काम आए सरकारी !*
*कोई न आते पास मरीज के,*
*दवा पिलाते सरकारी ।*
*कोई न इनके हाथ लगाते ,*
*मल मूत्र उठाते सरकारी !*
*कोई न इनको रोक पाते,*
*पत्थर खाते सरकारी ।*
*चौराहों पर चौबीसों घण्टे ,*
*पाठ पढ़ाते सरकारी !*
*स्कूलों में बारातियों सी ,*
*खातिर करते सरकारी ।*
*छोड़ परिवार डटे हुए हैं,*
*कर्तव्य पथ पर सरकारी!*
*या फिर बच्चे के संग,*
*ड्यूटी पर मां सरकारी!*
*नेताओ ने नाम कमाया,*
*देकर धन सरकारी।*
*अपनी कमाई का हिस्सा दे,*
*बिना नाम के सरकारी!*
*घर रहने की विनती करते,*
*गाना गा कर सरकारी!*
*घर घर जो सर्वे करते,*
*वो बन्दे सारे सरकारी।*
*नुकसान तो सबका है ,*
*पर मौत सर लिए बैठे*
*सब सरकारी !!*
✒एक सरकारी कर्मचारी