*चाय पीते पीते अचानक ही ख़याल आया*
*समय हो तो आप भी गहन विचार कीजिए -*
लगातार जारी इस लाकडाउन की वजह से -
(1)सारी मिठाई की दुकानें बंद हैं।
(2)सारे रेस्टोरेन्ट बंद हैं।
(3)सारी चाय की दुकानें व चाय के ठेले बंद हैं ।
(4)लस्सी कि दुकानें बंद
(5)शादी, विवाह व पार्टियां नहीं हो रहीं ।
तो फिर इनमें खपने वाला हजारों लीटर दूध कहां जा रहा है ? और दूध वालो ने अतिरिक्त दूध रास्ते पर भी नहीं फेका है।। हमे सस्ते दामों में भी दूध नहीं दे रहे हैं।। हमारे घर में जितना दूध अा रहा था आज भी उतना ही अा रहा है।।
और दूध को रखा भी नहीं जा सकता ।
क्या सचमुच बाजार में इतने बडे़ पैमाने पर कृत्रिम दूध का धंधा चल रहा था ?
बात तो सोचने की है ना ?🤔