Wednesday, 6 May 2020

ऊँचा उठने के लिए पंखों की - Suprabhat Wala Message

*"ऊँचा उठने के लिए पंखों की*
 *ज़रुरत केवल पक्षियों को ही*
 *पड़ती है.....*

*मनुष्य तो जितना विनम्रता से*
 *झुकता है उतना ही ऊपर*
 *उठता है"...।*

    🙏 *सुप्रभात*  🙏