*💐🌷👏 नमस्कार 👏🌷💐*
*"क्रोध" भी तब "पुण्य" बन जाता है,*
*जब वह "धर्म" और "मर्यादा"*
*के लिए किया जाय*
*और*
*"सहनशीलता" भी तब पाप बन*
*जाती है, जब वह "धर्म" और*
*"मर्यादा" को बचा ना पाये।*
*🌹🌻🙏 शुभ दिन 🙏🌻🌹*