देश में नोट बदली की घोषणा के बाद
यही गरीब बैंकों की कतार में खडे थे तो कई लोगों को चक्कर आ रहे थे
तब नवंबर / दिसंबर का महीना था !!
और
आज मई की गर्मी में !!
*मेरे देश के गरीब*
डेढ से दो किमी तक *शराब* की दुकानों के सामने कतारों में हैं..
लेकिन किसी को *चक्कर* नहीं आते ।
*कहां है गरीबों के मसीहा*