Saturday, 11 April 2020

अब ठहर जाईये.. और पूरी प्लानिंग कीजिये - Take Care Time is Difficult

अब ठहर जाईये.. और पूरी प्लानिंग कीजिये ठीक से.. उस बात पर गौर कीजिए जो मैं आपसे कह रहा हूँ.. जैसे युद्ध का समय होता है, उस तरह से सोचिये.. सोचिये कि आपको अपने संसाधन कैसे बचाने हैं और कैसे उन संसाधनों का इस्तेमाल करना है
ये लॉकडाउन इक्कीस दिनों का सिर्फ़ इस शर्त पर है कि अगर इक्कीस दिनों में हमनें कोरोना के संक्रमण पर लगाम लगा लिया तो.. अगर नहीं लगा और मरीज़ बढ़ते गए तो ये लॉक डाउन बढ़ता जाएगा.. मैं इसे कम से कम "जून" तक ले कर चल रहा हूँ.. और अगर स्थिति न सुधरी तो उस से भी कहीं आगे.. इसलिए मैं चाहता हूं आप सब उसी हिसाब से अपने आपको मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार कर लें.. कम से कम इतने दिनों के लिए तो मानसिक तैयार ही रहें
अब सोचिये कि क्या और कैसे करना है.. बीच बीच मे सरकार खाने पीने का इंतज़ाम करेगी.. वो उसे करना ही पड़ेगा.. मगर हमें और आपको इस हिसाब से अब चलना है जिसमें हमें अपने संसाधन का बिना बर्बाद किये ज़्यादा से ज़्यादा उपयोग करना है.. क्या कैसे इस्तेमाल करना है इसकी लिस्ट बना लीजिए
जैसे मैंने घर पर ये समझा दिया है अन्न का एक भी दाना बर्बाद न किया जाय.. अगर दोपहर का चावल या दाल बना रखा है तो रात का खाना उसी हिसाब से बने जिसमे वो चावल दाल भी इस्तेमाल हो.. जितने फ़ास्ट फ़ूड या जंक फूड यानी चिप्स या बिस्किट रखे हैं उनका इस्तेमाल भी बहुत ज़रूरत पड़ने पर हो.. ये ना हो कि सारा घर चिप्स और बिस्किट लिए बैठा टीवी देख रहा है.. और चार दिन में ही सब ख़त्म हो जाय.. जब रोज़ रोज़ ऊब जाएंगे एक तरह की चीज़ों से तब स्वाद बदलने के लिए ऐसी चीजों का थोड़ा बहुत इस्तेमाल किया जाय.. ऐसे ही हर चीज़ों का इस्तेमाल हो
जितना भी हो सके सादा खाना खाएं ताकि कोई ऐसी इमरजेंसी न हों जहां अस्पताल का मुहं देखना पड़े.. अस्पताल जाना ख़तरे से ख़ाली नहीं होगा आने वाले दिनों में.. घर मे ही थोड़ा व्यायाम ज़रूर करें.. अपने आप को ठंड से बचाएं ताकि इम्यून सिस्टम मज़बूत रहें.. विटामिन सी रेगुलर लेते रहें.. चाय नींबू, शहद और बिना दूध वाली लें.. ये आपका इम्यून बढ़ाएगी.. कभी जब बोर हो जाएं तभी दूध वाली पियें
मेरे यहाँ इस वक़्त सिर्फ़ एक दूध वाला ही है जो आता है.. वो बाहर आता है, घंटी बजाता है.. मां मेरी मास्क लगा कर और हाथों में सर्जीकल दस्ताने पहन कर दूध की पतीली दरवाज़े से आगे कर देती है वो पतीली में अपने बर्तन से दूध उलट देता है.. फिर दरवाज़ा बन्द.. मां अपने दस्ताने साबुन से धूल के रख देती है
कल फल की होम डिलीवरी आयी थी तो पत्नी ने पैर से बास्केट खिसका कर बास्केट को बाहर लॉन में ढंक कर चौबीस घंटे के लिये छोड़ दिया था.. आज वो सारे फल, केले समेत सब धुले गए फिर बच्चों को दिया गया.. ये इसलिए बता रहा हूँ ताकि आप समझ सकें कि हम लोग कैसे एहतियात कर रहे हैं.. कुछ को ये पागलपन लगेगा मगर ये आगे की तैयारी है
सिलेंडर अगर हैं घर में तब भी थोड़ा खाना इंडक्शन पर बनाएं थोड़ा गैस पर.. गैस बचा कर चलें.. पानी भी बचाएं.. बिजली भी बचाएं ताकि कम से कम कर्मचारियों के साथ सरकार के बिजली उत्पादन पर ज़्यादा असर न पड़े और हमें ज़्यादा दिनों तक बिना रुके बिजली मिलती रहे
बिल्कुल कमर कस लीजिये.. मैं आप सबके साथ अपने अनुभव और इस लॉकडाउन में जीने के तऱीके शेयर करता रहूंगा.. आप सब भी एक पोस्ट लिखिए और बताईये कि आप अपनी सुरक्षा के लिए क्या एहतियात कर रहे हैं
आप सभी अपना ध्यान रखें ।