Wednesday, 17 June 2020

प्रतिदिन 10 से 30 मिनट टहलने की आदत बनाये...

1. प्रतिदिन 10 से 30 मिनट टहलने की आदत बनायें. टहलते समय चेहरे पर मुस्कराहट रखें.

                *꧁ ||जय जिनेन्द्र ||꧂*

2. प्रतिदिन कम से कम 10 मिनट चुप रहकर बैठें. 

                *꧁ ||जय जिनेन्द्र ||꧂*

3. पिछले साल की तुलना में इस साल ज्यादा पुस्तकें पढ़ें.

                *꧁ ||जय जिनेन्द्र ||꧂*

4. 70 साल की उम्र से अधिक आयु के बुजुर्गों और 6 साल से कम आयु के बच्चों के साथ भी कुछ समय व्यतीत करें.

                *꧁ ||जय जिनेन्द्र ||꧂*

5. प्रतिदिन खूब पानी पियें.

                *꧁ ||जय जिनेन्द्र ||꧂*

6. प्रतिदिन कम से कम तीन लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश करें.

                *꧁ ||जय जिनेन्द्र ||꧂*

7. गपशप पर अपनी कीमती ऊर्जा बर्बाद न करें.

                *꧁ ||जय जिनेन्द्र ||꧂*

8. अतीत के मुद्दों को भूल जायें, अतीत की गलतियों को अपने जीवनसाथी को याद न दिलायें.

                *꧁ ||जय जिनेन्द्र ||꧂*

9. एहसास कीजिये कि जीवन एक स्कूल है और आप यहां सीखने के लिये आये हैं. जो समस्याएं आप यहाँ देखते हैं, वे पाठ्यक्रम का हिस्सा हैं. 

               *꧁ ||जय जिनेन्द्र ||꧂*

10. एक राजा की तरह नाश्ता, एक राजकुमार की तरह दोपहर का भोजन और एक सेठ की तरह शाम का खाना खायें.

                *꧁ ||जय जिनेन्द्र ||꧂*

11. दूसरों से नफरत करने में अपना समय व ऊर्जा बर्बाद न करें. नफरत के लिए ये जीवन बहुत छोटा है. 

                *꧁ ||जय जिनेन्द्र ||꧂*

12. आपको हर बहस में जीतने की जरूरत नहीं है, असहमति पर भी अपनी सहमति दें.

               *꧁ ||जय जिनेन्द्र ||꧂*

13. अपने जीवन की तुलना दूसरों से न करें.

                *꧁ ||जय जिनेन्द्र ||꧂*

 
14. गलती के लिये गलती करने वाले को माफ करना सीखें.

                *꧁ ||जय जिनेन्द्र ||꧂*

15. ये सोचना आपका काम नहीं कि दूसरे लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं.

                *꧁ ||जय जिनेन्द्र ||꧂*

16. समय ! सब घाव भर देता है. 

                *꧁ ||जय जिनेन्द्र ||꧂*

17. ईर्ष्या करना समय की बर्बादी है. जरूरत का सब कुछ आपके पास है. 

                *꧁ ||जय जिनेन्द्र ||꧂*

18. प्रतिदिन दूसरों का कुछ भला करें. 

                *꧁ ||जय जिनेन्द्र ||꧂*

19. जब आप सुबह जगें तो अपने माता-पिता को धन्यवाद दें, क्योंकि माता-पिता की कुशल परवरिश के कारण आप इस दुनियां में हैं.

                *꧁ ||जय जिनेन्द्र ||꧂*

20. हर उस व्यक्ति को ये संदेश शेयर करें जिसकी आप परवाह करते हैं.